PM Manmohan Singh के 10 आदेश जिन्होंने किसानों और भारत के विकास के लिए नए रास्ते खोले

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को देश की आर्थिक और कृषि प्रगति का मुख्य शिल्पकार माना जाता है। उनके कार्यकाल में लिए गए कई ऐतिहासिक फैसलों ने न केवल किसानों को सशक्त बनाया, बल्कि भारत को वैश्विक स्तर पर एक उभरती अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित किया। इस लेख में हम PM Manmohan Singh के उन 10 महत्वपूर्ण आदेशों की चर्चा करेंगे, जिनसे किसानों और भारत के विकास को नई दिशा मिली।
1. किसान ऋण माफी योजना (2008)
PM Manmohan Singh ने किसान ऋण माफी योजना शुरू की, जिसने लाखों किसानों को कर्ज के बोझ से मुक्ति दिलाई। इस योजना के तहत छोटे और सीमांत किसानों का लगभग 72,000 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया गया। यह कदम कृषि क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित हुआ।
2. न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि
PM Manmohan Singh ने किसानों के उत्पाद का सही मूल्य दिलाने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी की। गेहूं, धान और अन्य फसलों के लिए MSP में वृद्धि से किसानों की आय में इजाफा हुआ।
3. राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (NREGA)
2005 में, उन्होंने NREGA लागू किया, जो ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार का सबसे बड़ा साधन बना। इससे किसानों और मजदूरों को रोजगार मिला और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ।
4. कृषि में FDI की शुरुआत
कृषि क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को मंजूरी देकर उन्होंने किसानों को आधुनिक तकनीकों से परिचित कराया। यह कदम भारतीय कृषि में नवाचार और विकास का मुख्य आधार बना।
5. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (NFSM)
2007 में शुरू किया गया राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन खाद्यान्न उत्पादन बढ़ाने की दिशा में एक बड़ी पहल थी। इसका उद्देश्य चावल, गेहूं और दालों के उत्पादन में वृद्धि करना और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना था।
6. ग्रामीण बुनियादी ढांचा विकास के लिए वित्तपोषण (RIDF)
PM Manmohan Singh ने ग्रामीण बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए RIDF फंड का विस्तार किया। इस फंड से गांवों में सड़कों, सिंचाई सुविधाओं और अन्य बुनियादी ढांचे का निर्माण हुआ।
7. भारत-अमेरिका परमाणु समझौता (2008)
इस ऐतिहासिक समझौते ने ऊर्जा के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाया। कृषि क्षेत्र में बिजली की उपलब्धता बढ़ी, जिससे किसानों को सिंचाई के लिए सस्ती और निरंतर बिजली मिल सकी।
8. कृषि ऋण की आसान पहुंच
PM Manmohan Singh ने बैंकों को निर्देश दिया कि किसानों को कम ब्याज दरों पर कृषि ऋण उपलब्ध कराएं। इससे छोटे और सीमांत किसानों को आधुनिक कृषि उपकरण खरीदने में मदद मिली।
9. भारत में हरित क्रांति-2.0 की शुरुआत
डॉ. मनमोहन सिंह ने हरित क्रांति के दूसरे चरण की नींव रखी, जिसमें पूर्वी राज्यों (बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल) को प्राथमिकता दी गई। इससे इन राज्यों में खाद्यान्न उत्पादन में वृद्धि हुई।
10. ग्रामीण शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार
PM Manmohan Singh ने किसानों के बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए विशेष योजनाएं लागू कीं। सरस्वती शिक्षा योजना और राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM) इसके प्रमुख उदाहरण हैं।
PM Manmohan Singh के आदेशों का भारत के विकास पर प्रभाव
- कृषि उत्पादन में वृद्धि: नई तकनीकों और नीतियों के कारण भारत खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बना।
- किसानों की आय में सुधार: MSP में वृद्धि और कर्ज माफी से किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर हुई।
- ग्रामीण बुनियादी ढांचा: सड़क, बिजली और सिंचाई सुविधाओं में सुधार हुआ।
- वैश्विक स्तर पर भारत की पहचान: उनकी नीतियों ने भारत को वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में उभारा।
निष्कर्ष: PM Manmohan Singh का किसानों के प्रति योगदान
PM Manmohan Singh ने अपने कार्यकाल के दौरान किसानों और कृषि क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता दी। उनके ये 10 ऐतिहासिक आदेश न केवल किसानों के लिए लाभकारी साबित हुए, बल्कि भारत के समग्र विकास को भी गति प्रदान की।