आयुर्वेद महाविद्यालय में बीएएमएस के छात्रों ने मनाई एप्रेन सैरामनी
एन सी आई एम के दिशानिर्देश में राजकीय आयुर्वेद एवं योग प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय भरतपुर में सत्र 2024-25 में प्रवेशित छात्र छात्राओं के लिए चल रहे पंद्रह दिवसीय ओरिएंटेशन प्रोग्राम का समापन एवं व्याइट कोट सेरामनी समारोह महाविद्यालय कैंपस में मुख्य अतिथि समाजसेवी एवं विद्युत विभाग में रहे पूर्व आफिस सुपरिटेंडेंट भागीरथ सिंह प्राचार्य एवं अधीक्षक डॉ रीना खंडेलवाल उपाधीक्षक डॉ चन्द्र प्रकाश दीक्षित की मौजूदगी में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ श्री धन्वंतरी पूजा एवं छात्रा प्रियंका,युक्ति एवं शिखा द्वारा वंदना गायन से किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि भागीरथ सिंह ने चिकित्सा सेवा से जुड़े लोगों को रोगी और उनके अभिभावकों के प्रति उदारता बरते जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि रोग से पीड़ित अवस्था में जीवन के प्रति बनी निराशा के अवसर पर चिकित्सा सेवा से जुड़े लोगों का व्यवहार और सहानुभूति उपचार में बहुत बड़ी भूमिका अदा करता है। इस अवसर पर उपाधीक्षक डॉ चन्द्र प्रकाश दीक्षित द्वारा पंद्रह दिवसीय ओरिएंटेशन एवं एप्रेन सैरामनी के महत्व एवं उपयोगिता के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
प्राचार्य एवं अधीक्षक डॉ रीना खंडेलवाल ने स्वागत उद्बोधन के साथ साथ महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को अपनी संस्कृति और आयुर्वेद के प्रति समर्पित भाव रखते हुए कुशल चिकित्सक बनने की सलाह दी।बी ए एम एस के छात्र रवि पुनार एवं पायल अग्रवाल द्वारा पंद्रह दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम में आयोजित व्याख्यान एवं मार्गदर्शन के साथ साथ भरतपुर में आयुर्वेद से जुड़े संस्थानों के बारे में अनुभव की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की।
इस अवसर पर बी ए एम एस में अध्ययनरत सीनियर छात्रों द्वारा नव प्रवेशित बीएएमएस के छात्र छात्राओं को अतिथियों एवं महाविद्यालय में कार्यरत शैक्षणिक अधिकारियों द्वारा एप्रेन पहनाकर एवं पुष्प वर्षा और तिलक लगाकर स्वागत किया गया।
कार्यक्रम में डॉ चन्द्र प्रकाश गुणावत डॉ राकेश वर्मा डॉ ईश्वर चंद डॉ रविन्द्र देशवाल डॉ देवनारायण डॉ रमेश कुमार वरुण डॉ सीमा वर्मा डॉ लोकेश गर्ग डॉ प्रियंक शर्मा डॉ राजेन्द्र वैष्णव डॉ आशीष विजय सहित सभी अधिकारी एवं कर्मचारी गण मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ चन्द्र प्रकाश दीक्षित बी ए एम एस छात्र विवेक एवं छात्रा तनु गुप्ता द्वारा किया गया। सभी का आभार व्यक्त डॉ लोकेश गर्ग द्वारा किया गया।