जिला कलक्टर कमर चौधरी ने जलभराव क्षेत्रों एवं विकास कार्यों का किया मौका निरीक्षण

कचरा सेग्रीगेशन एवं सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के विकास कार्य की मॉनिटरिंग के निर्देश
विकास कार्य तय समय में पूरे हो, पानी निकासी के वैकल्पिक इंतजाम करें- जिला कलक्टर
भरतपुर, 4 जुलाई। जिला कलक्टर कमर चौधरी ने नगर निगम एवं भरतपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की टीम के साथ शहर के जल भराव क्षेत्रों, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, कचरा सेग्रीगेशन स्थल सहित विकास कार्यों का निरीक्षण कर अधिकारियों को पूर्ण गति से कार्य कराने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने पुष्प वाटिका कॉलोनी का निरीक्षण कर जल भराव की समस्या के समाधान के लिए अस्थाई रूप से जल निकासी हेतु कच्चा नाला तैयार कर पानी निकासी करने के निर्देश दिये। उन्होंने पुष्प वाटिका की ओर बनाए जा रहे भूमिगत ड्रेन के कार्य का निरीक्षण कर कार्य को पूरी गति के साथ कराने के निर्देश दिए। उन्होंने नाला निर्माण में देरी होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए नगर निगम के अभियंताओं को निर्देश दिए की संवेदक के खिलाफ कार्रवाई करें जो भी शेड्यूल निर्धारित है उसके अनुसार प्रत्येक माह कार्य की गति का निरीक्षण कर लगातार कार्य को जारी रखें। उन्होंने वर्षा के दौरान निर्माण कार्य प्रवाहित नहीं हो इसके लिए वैकल्पिक इंतेजामत करने के निर्देश दिए।
सीवरेज ट्ररीटमेंट पानी का रियूज करें-
जिला कलक्टर ने नौह चौराहे के पास नगर निगम के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण कर 15 एमएलडी सीवरेज के ट्रीटमेंट की प्लानिंग को मौके पर देखा। उन्होंने कहा कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में जो भी निर्माण कार्य प्रस्तावित है उन्हें पूर्ण गति के साथ पूरे कराया जाए। सीवरेज ट्रीटमेंट के बाद पानी का रीयूज प्लान तैयार कर आय बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहर में बड़े राजकीय संस्थानों के पार्कों, सार्वजनिक पार्कों, व गार्डन के विकास के लिए सीवरेज के पानी का उपयोग किया जाए इसका भी प्लान तैयार करें। उन्हों सीवरेज पानी के ट्रीटमेंट के बाद जां के लिए लैबोरेट्री का भी निरीक्षण कर पानी की गुणवत्ता को भी देखा।
कचरा सेग्रीगेशन कार्य तय समय में हो-
जिला कलक्टर ने नगर निगम के कचरा सेग्रीगेशन स्थल का निरीक्षण किया जहां 1 टन प्लास्टिक कचरा प्रतिदिन छंटनी की जा रही थी इस बढ़ते हुए निर्माण कार्यों में गति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में चल रहे सभी निर्माण कार्यों को दिसंबर 25 तक पूर्ण कराने के लिए प्रत्येक माह लक्ष्य तय कर कार्य करें। उन्होंने सुखा व गीला कचरा विभाजन के लिए किया जा रहे कार्य का निरीक्षण किया तथा लिगेसी वेस्ट का उपयोग करने का प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्माण कार्यों को 15 अगस्त तक प्लैंथ लेवल पर लाने के निर्देश देते हुए कहा कि बरसात के दौरान कॉलम बनाने, फ्रेम स्ट्रक्चर आदि कार्य पूर्ण गति से किए जाए। बरसात से बचने के लिए वैकल्पिक इंतजाम भी रखें।
जिला कलक्टर ने नौह तिराहे पर प्रगतिरत पुल का भी निरीक्षण किया जहां पर एप्रोच रोड का कार्य शेष पाया गया जैसे 15 दिवस में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने मडरपुर रोड से सूरजपोल गेट तक प्रस्तावित सड़क चौड़ाइकरण कार्य का भी निरीक्षण किया। यह सड़क 60 फीट चौड़ाई में बीडीए द्वारा बनाए जा रही है। उन्होंने इसमें विद्युत केबल के भूमिगत कार्य को एक माह में पूरा करने के निर्देश दिए।
आरबीएम एवं जनाना अस्पताल का निरीक्षण-
जिला जिला कलक्टर ने आरबीएम अस्पताल पहुंचकर नवीन ब्लॉक के विकास कार्य का निरीक्षण किया। प्रत्येक मंजिल पर जाकर वार्ड के कार्य, ऑपरेशन थिएटर कक्ष, एवं लेक्चर थिएटर के कार्य का निरीक्षण कर पूर्ण गति के साथ करने के निर्देश दिए। उन्होंने नवीन ब्लॉक के पास प्रस्तावित कार्य के प्लान को प्रत्येक महीनेवार विभाजित कर प्रगति लाने की बात कही। जिला कलक्टर ने जनाना अस्पताल पहुंचकर विभिन्न वार्डों का निरीक्षण किया जहां सार्वजनिक निर्माण विभाग को वार्डांे के मरम्मत कार्य, बीडीए द्वारा पार्क का विकास का अवलोकन किया तथा समय पर करने के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल के विभिन्न वार्डों में जाकर सफाई व्यवस्था एवं मरीज को दी जा रहे सुविधाओं की जानकारी ली तथा मरीजों से मिलकर अस्पताल प्रशासन द्वारा दिए जा रहे सुविधाओं के बारे में फीडबैक लिया। उन्होंने अस्पताल में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने एवं वाहनों की पार्किंग सुव्यवस्थित रखने के निर्देश दिये। इस दौरान आयुक्त बीडीए कनिष्क कटारिया, अतिरिक्त कलक्टर शहर राहुल सैनी, आयुक्त नगर निगम श्रवण बिश्नोई, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. नागेन्द्र भदौरिया, मुख्य चिकित्सा एवं स्वा. अधिकारी डॉ. गौरव कपूर, अधीक्षण अभियंता बीडीए योगेश माथुर, सार्वजनिक निर्माण विभाग रिद्धीचन्द मीणा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी नगर निगम एवं भरतपुर विकास प्राधिकरण के इंजीनियर की टीम उपस्थित रही।
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