मानवता की मिसाल: जब बच्चों की एक मुस्कान पर रुक गई मुख्यमंत्री की गाड़ी

राजस्थान की सियासत में उस वक्त एक भावुक दृश्य दर्ज हो गया, जब मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा जी ने इंसानियत और अपनत्व की मिसाल पेश की। जयपुर के मानसरोवर क्षेत्र में एक कार्यक्रम से लौटते समय, सड़क किनारे खड़े छोटे-छोटे बच्चों ने मुस्कुराते हुए हाथ हिलाकर उन्हें अभिवादन किया।
मुख्यमंत्री जी ने नज़र भर कर उन मासूम चेहरों को देखा, और दिल की गहराइयों से भावुक होकर तुरंत अपनी गाड़ी रुकवाई। फिर क्या था—बच्चों को अपने पास बुलाया, प्यार से दुलार किया, सिर पर हाथ फेरा, हालचाल पूछा और मुस्कुराते हुए उनके साथ कुछ पल बिताए।
यह कोई औपचारिकता नहीं थी, यह एक सच्चे जननेता के दिल से निकली भावना थी, जो अपने लोगों से जुड़ाव का प्रतीक बन गई।
लोगों ने कहा –
“भजनलाल जी में सिर्फ राजनीति नहीं, मानवता बसती है।”
“नेता तो बहुत देखे, पर ऐसा संवेदनशील और आत्मीय नेता बिरले होते हैं।”
उनका यह छोटा सा लेकिन गहरा कदम साबित करता है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठा इंसान अगर ज़मीन से जुड़ा हो, तो हर दिल जीत लेता है।
श्री भजनलाल शर्मा जी की यह सहजता, सरलता और आत्मीयता उन्हें जनता के और भी करीब ले आई है। आज सिर्फ बच्चों ने उन्हें देखा नहीं, पूरे राजस्थान ने एक सच्चे जननेता की आत्मा को महसूस किया।