कुम्हेर में ‘बेटी की लाइब्रेरी’ प्रारम्भ: महिलाओं और बालिकाओं के लिए एक सुनहरा अवसर

कुम्हेर में ‘बेटी की लाइब्रेरी’ प्रारम्भ: महिलाओं और बालिकाओं के लिए एक सुनहरा अवसर

कुम्हेर में ‘बेटी की लाइब्रेरी’ प्रारम्भ: महिलाओं और बालिकाओं के लिए एक सुनहरा अवसर

'Beti Ki Library' started in Kumher: A golden opportunity for women and girls
  • महिलाएं और बेटियां अब प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकेंगी नि:शुल्क
  • लाइब्रेरी में पंजीकरण के लिए आधार कार्ड और फोटो अनिवार्य

कुम्हेर, 12 मार्च समृद्ध ग्राम्य अभियान संस्था ने महिला एवं बालिकाओं के शैक्षिक सशक्तिकरण के उद्देश्य से ‘बेटी की लाइब्रेरी’ की स्थापना की है। यह लाइब्रेरी कुम्हेर पंचायत समिति के पास, महिला एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय परिसर में शुरू की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य उन गरीब एवं वंचित परिवारों की महिलाओं और बेटियों को एक उपयुक्त अध्ययन स्थल प्रदान करना है, जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी तो करना चाहती हैं, लेकिन आर्थिक कठिनाइयों के कारण महंगी कोचिंग क्लासेज़ और पुस्तकें नहीं खरीद सकतीं।

समृद्ध ग्राम्य अभियान संस्था के निदेशक सीताराम गुप्ता ने बताया कि यह लाइब्रेरी प्रतिदिन प्रातः 9:00 बजे से सायं 6:00 बजे तक खुली रहेगी, जिससे विभिन्न पारिवारिक और घरेलू ज़िम्मेदारियों के बावजूद महिलाएं एवं बालिकाएं अपनी सुविधा के अनुसार यहां अध्ययन कर सकेंगी।

लाइब्रेरी में मिलने वाली सुविधाएं:

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गुप्ता ने बताया केवल लाइब्रेरी एक पुस्तकालय नहीं, बल्कि एक आधुनिक अध्ययन केंद्र है, जहाँ महिलाओं और बालिकाओं को बेहतरीन वातावरण और संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। आरामदायक अध्ययन कक्ष, उच्च गुणवत्ता वाला फर्नीचर, शांत और व्यवस्थित माहौल, व्यक्तिगत और समूह अध्ययन के लिए अलग-अलग क्षेत्र की पुस्तकें उपलब्ध होगी। लाइब्रेरी में गर्मी में आरामदायक अध्ययन के लिए एयर-कंडीशनर, शुद्ध पेयजल आरओ की उपलब्धता के साथ साथ फ्री वाई-फाई, ऑनलाइन अध्ययन सामग्री और टेस्ट सीरीज़ एक्सेस करने के लिए, कंप्यूटर के माध्यम से ऑनलाइन टेस्ट और अन्य डिजिटल स्टडी मैटेरियल भी मुहैया कराए जाएंगे। लाइब्रेरी में प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे राज्य लोक सेवा आयोग, संघ लोक सेवा आयोग, बैंकिंग, रेलवे, पुलिस भर्ती, अध्यापक भर्ती एवं अन्य सरकारी परीक्षाओं की विस्तृत अध्ययन सामग्री, हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में पुस्तकें तथा प्रतिदिन समाचार पत्र और पत्रिकाएं भी उपलब्ध रहेगी । लाइब्रेरी में अनुभवी प्रशिक्षक एवं मेंटर्स छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की रणनीति और प्रश्न-पत्र हल करने के तरीके सिखाएंगे तथा नियमित मॉक टेस्ट और ग्रुप डिस्कशन आयोजित किए जाएंगे तथा लाइब्रेरी में इसके लिए प्रशिक्षक मार्ग दर्शक लगाया गया है ।

लाइब्रेरी में प्रवेश की प्रक्रिया:

जो महिलाएं या बालिकाएं लाइब्रेरी की सदस्यता लेना चाहती हैं, उन्हें पहचान के लिए आधार कार्ड (पहचान प्रमाण के रूप में), और दो पासपोर्ट साइज के फोटो जमा कराने होंगे ।

पंजीकरण के बाद प्रत्येक महिला अथवा बालिका को सदस्यता कार्ड प्रदान किया जाएगा, जिससे उन्हें लाइब्रेरी में प्रवेश और पुस्तकें उधार लेने की सुविधा मिलेगी। लाइब्रेरी से पुस्तकें निर्धारित समय सीमा तक घर पर ले जाने की अनुमति होगी, जिससे वे लाइब्रेरी से बाहर भी अध्ययन जारी रख सकें।

नियमों की समीक्षा और सुधार की प्रक्रिया:

समृद्ध ग्राम्य अभियान संस्था के निदेशक सीताराम गुप्ता ने बताया कि लाइब्रेरी के उपयोग और इसकी प्रभावशीलता को सुनिश्चित करने के लिए हर महीने समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी। इस दौरान, लाइब्रेरी का उपयोग करने वाली महिलाओं और बालिकाओं से सुझाव और फीडबैक लिया जाएगा, जिसके आधार पर आवश्यक सुधार किए जाएंगे।

उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह लाइब्रेरी निश्चित रूप से उन महिलाओं और बेटियों के लिए एक उम्मीद की किरण साबित होगी, जो अपने भविष्य को संवारने का सपना देख रही हैं लेकिन संसाधनों के अभाव में पीछे रह जाती हैं।

बेटी की लाइब्रेरी से अब तक सैकड़ों बालिकाएं लाभान्वित

वर्तमान में कुम्हेर, डीग और आसपास के क्षेत्रों की कई महिलाएं और बालिकाएं इस लाइब्रेरी का लाभ उठा रही हैं। संस्था का उद्देश्य इस पहल को और अधिक विस्तारित करना है, ताकि अधिक से अधिक महिलाओं को सरकारी नौकरियों में अवसर मिल सकें और वे आत्मनिर्भर बन सकें।

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