साइबर क्राइम के प्रति जागरूकता अभियान के अंतर्गत बाबा सुग्रीव विद्यापीठ मैं विद्यार्थियों को जागरूक किया
साइबर क्राइम के प्रति जागरूकता अभियान के अंतर्गत सौजन्य से बाबा सुग्रीव विद्यापीठ मैं विद्यार्थियों को जागरूक किया गया
साइबर थाने में इंस्पेक्टर जितेंद्र गंगवानी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए साइबर क्राइम से बचने के उपाय बताएं और प्राथमिक कार्रवाई के बारे में भी बताया उन्होंने चक्षु पोर्टल के बारे में बताते हुए कहां की अगर साइबर क्राइम के शिकार हो गए हो तो उसे नंबर के बारे में आप चक्षु पोर्टल में अवश्य शिकायत दर्ज कारण शिकायत दर्ज होने के बाद उसे नंबर को हमेशा के लिए बंद कर दिया जाएगा और आपकी रिकवरी के प्रयास भी किए जाएंगे
साथ ही 1930 नंबर पर कॉल करके आप साइबर क्राइम ,महिला उत्पीड़न आदि की शिकायत शिकायत दर्ज करा सकते हैं उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम के शिकार होने पर शुरुआती समय बहुत महत्वपूर्ण होता है
इसी समय अगर आप शिकायत करते हैं तो रिकवरी की ज्यादा संभावना रहती है उन्होंने छात्रों को सोशल मीडिया का प्रयोग सोच समझकर करने की हिदायत देते हुए कहा कि अनावश्यक रूप से अपनी जानकारी या अपनी फोटो साइबर मीडिया पर लोड करने से बचें उन्होंने कहा कि यदि किसी अननोन नंबर से निमंत्रण पत्र का पीडीएफ आता है
जिस पर एपीके फाइल लिखा हो उसे कदापि डाउनलोड ना करें क्योंकि जैसे ही आप इसे डाउनलोड करोगे वैसे आपका सारा मोबाइल डाटा हैक हो जाएगा और हैकर इसका दुरुपयोग कर आपके अकाउंट को खाली कर सकता है दसवीं कक्षा की छात्र हर्षिता मित्तल ,खुशी कुमारी, ज्योति एवं संध्या के महिला सशक्तिकरण लैंगिक विभेद, दहेज प्रथा,रेप की घटनाओं आदि से संबंधित प्रश्नों के जवाब देते हुए इंस्पेक्टर जितेंद्र गंगवानी ने कहा महिलाओं को स्वयं अपना सशक्तिकरण करना होगा
ऐसे पुरुष से शादी करने से इंकार करें जो दहेज मांगे, हर छात्र को ,छात्राओं को अपनी बहन की तरह समझना चाहिए और उन पर कोई संकट आए तो भाई की तरह उन्हें बचाना चाहिए उन्होंने कहा की अननोन कॉल आने पर पूछे गए सवालों का सजकता से सामना करें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी कभी भी किसी को फोन पर साझा ना करें
बाबा सुग्रीव विद्यापीठ की प्रिंसिपल डॉक्टर रंजना तिवारी ने इंस्पेक्टर जितेंद्र गंगवानी का स्वागत करते हुए कहा की विद्यालय में समय-समय पर महिला सशक्तिकरण साइबर क्राइम यातायात नियम तथा विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा आयोजित कर विद्यार्थियों को उनके प्रति जागरूक किया जाता है