समावेशी विकास द्वारा विकसित भारत बनाने की बनेगी कार्य योजना
- कार्य योजना के लिए भरतपुर में राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ आज
- ग्रामीण विकास में योगदान देने वाले देश के प्रमुख संत व वैज्ञानिक लेंगे भाग
- कनेरी मठ के मठाधिपति कड सिद्धेश्वर स्वामी होंगे मुख्य अतिथि
भरतपुर, 28 नवम्बर। समृद्ध भारत अभियान द्वारा समावेशी विकास के माध्यम से विकसित भारत बनाने हेतु कार्य योजना तैयार करने के लिए भरतपुर में दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला 29 नवम्बर से इंजीनियर कॉलेज में आयोजित होगी। जिसमें ग्रामीण विकास में योगदान देने वाले देश के प्रमुख सन्त, कृषि वैज्ञानिक, सामाजिक चिन्तक, जनप्रतिनिधि आदि शामिल होंगे।
सन्तों में विशेष रूप से कनेरी मठ के मठाधिपति कड सिद्धेश्वर स्वामी मौजूद रहेंगे। इनके अलावा कार्यशाला में बीकानेर के संत शिरोमणि स्वामी विमर्श आनंद जी, बनारस के संत रतन वशिष्ट जी महाराज, ग्वालियर ले आचार्य बृज शास्त्री जी भी मौजूद रहेंगे !
संस्था के निदेशक सीताराम गुप्ता ने बताया कि नीति आयोग के आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम की भावना के तहत समावेशी विकास को गति देने के लिए कार्य योजना तैयार की जायेगी। कार्य योजना बनाने के लिए देश की पहली राष्ट्रीय कार्यशाला भरतपुर के इंजीनियर कॉलेज परिसर में 29 व 30 नवम्बर को आयोजित होगा। कार्यशाला का शुभारम्भ शुक्रवार 29 नवम्बर को सुबह 10 बजे होगा। कार्यशाला में स्थानीय आवश्यकता व उपलब्धता संसाधनों को विस्तार से विचार कर गौ संवर्धन, कृषि संवर्धन, जैविक खेती, जल संरक्षण, वृक्षारोपण जैसे क्षेत्रों पर विस्तार से चर्चा की जाऐगी। कार्यशाला में तीन प्रमुख स्तंभों पर आधारित होगा, जिसमें अभिसरण, सहयोग व स्पर्धा पर विचार होगा।
उन्होने बताया कि कार्यशाला में शामिल होने आ रहे महाराष्ट्र के कोल्हापुर में स्थित कनेरी मठ के महाधिपति कड सिद्धेश्वर स्वामी द्वारा क्षेत्र में जैविक खेती, देशी गायों का पालन जैसे ग्राम समृद्धि के कार्य विशाल स्तर पर संचालित किये जा रहे है। इसके अलावा देश भर से भी आने वाले संत भी अपने क्षेत्र में ग्रामीण विकास, कृषि, पशुपालन, जैविक खेती जैसे कार्य संचालित कर रहे है। जिनके अनुभव व सुक्षावों को कार्य योजना में शामिल किया जाऐगा।