भारतीय जनता पार्टी जिला कार्यालय पर संविधान दिवस मनाया गया
भरतपुर आज दिनांक 26.11.2024 को भारतीय जनता पार्टी जिला कार्यालय पर संविधान दिवस मनाया
गया इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज भारद्वाज ने कहा कि सामाजिक न्याय मंत्रालय
द्वारा 19 नवम्बर 2015 को संविधान के महत्व को बताने के लिए 26 नवम्बर को संविधान दिवस मनाये जाने का निर्णय लिया
गया यह दिवस लोगों में अपने संविधान के प्रति महत्वपूर्ण दर्षाने के लिए मनाया जाता
है आज के संविधान दिवस में हमारा स्वाभिमान थीम रखी गयी है
भारतीय संविधान दुनिया का
सबसे बड़ा संविधान है जिसे तैयार होने में 2 साल 11 महिने 18 दिन लगे थे कई देषो के संविधान का अध्ययन के बाद भारतीय संविधान
को लागू किया गया था भारत को लोकतांत्रिक देष हमारे संविधान ने बनाया है यह कोई मामूली
दस्तावेज नहीं है बल्कि यह भारत की एकता और अखण्डता को बनाये रखने में महत्वपूर्ण भूमिका
निभाता है तथा हमारी विविधता को करता है और सभी नागरिकों को समानता का अधिकार देता
है
भारत का संविधान दुनिया सबसे लम्बा लिखित संविधान है भारतीय संविधान की खासियत है
कि विविधता और जटिलताअेां को अपने भीतर समाये हुये है भारतीय संविधान आम नागरिकों के
कर्तव्य एवं अधिकारों का वर्गीकरण कर उसके अनुसार आचरण करने का अधिकार देता है इस अवसर
पर मुख्य वक्ता प्रो. जग्गो सिंह ने कहा कि बाबा साहेब अम्बेड़कर जी द्वारा निर्मित
भारतीय संविधान सम्पूर्ण विष्व का एकमात्र ऐसा संविधान है
जो लोकतांत्रिक व्यवस्था
में विष्वास करते हुए आम नागरिको के हितों की रक्षा करने का काम करता है। जहां यह संविधान
आम नागरिकों को समानता का अधिकार देता है वहीं स्वतंत्रता का अधिकार षोशण के विरुद्ध
अधिकार, धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार, सांस्कृति एवं षिक्षा के अधिकार के साथ-साथ सवैधानिक
उपचारो का अधिकार देता है उन्होने बाबा सहाब अम्बेड़कर के जीवन चरित्र पर प्रकाष डालते
हुए वर्तमान पीड़ी से प्रेरणा लेने आग्रह किया।
इस अवसर पर पूर्व प्रदेष मंत्री गिरधारी तिवारी, भानूप्रताप राजावत, पूर्व जिला अध्यक्ष
सत्येन्द्र गोयल, पूर्व जिला उपाध्यक्ष गिरधारी गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष रज्जन
सिंह महुआ, ष्यामसुन्दर गौड़, मोहन रारह, मनोज खण्डेलवाल, बृजेष अग्रवाल, गोविन्द चौधरी, नरेष जाटव, सुदामा यादव, जगत सिंह गुर्जर, दुर्गेष बूटौलिया, उमेष पाराषर, उत्तम षर्मा, कुषलपाल सिंह राजावत नेतराम जाटव, धर्मेन्द्र जाटव, राकेष वर्मा, राजवीर गुर्जर, आदि कार्यकर्ता प्रमुख रुप से उपस्थित थें।